Solutions by Manojj kr. Vishwakarma.........The Public Solution Factory
आत्महत्या करते समय ध्यान रखने योग्य बातेंः-
1. आत्महत्या हमेशा ठंडे दिमाग़ से करें।
2. आत्महत्या के लिए यदि संभव हो तो कोई खुला और बड़ा मैदान चुनें।
3. दरवाज़ा कसके बंद करलें, खिड़कियां खोल दें...क्या पता आपको लटकता
देख किसीका परोपकार का मन हो आए। जाते-जाते एकाध परोपकर कर जाने में हर्ज़ा भी क्या है?
4. खिड़कियां ठीक से न खुल रहीं हों तो पेचकस से एक-दो कब्ज़े ढीलें कर दें (टूल-बॉक्स तो लाए ही होंगे), बस। समझनेवाले समझ जाएंगे।
5. अब लंच-बॉक्स निकालें, पीसी असेम्बल करें और आत्मकथा लिखनी शुरु कर दें। कान ख़ुले रखें; न जाने कब बाहर से आकाशवाणी हो- ‘कुलचेऽऽऽऽऽ छोलेऽऽऽऽऽ....और आपको समझ में आ जाए कि ज़िंदगी कितनी क़ीमती है और मैं उसे यूंही बरबाद करने जा रहा/रही था/थी।
6. 7. 8......... खुद लिखें और दूसरों को भी बताएं.
1. आत्महत्या हमेशा ठंडे दिमाग़ से करें।
2. आत्महत्या के लिए यदि संभव हो तो कोई खुला और बड़ा मैदान चुनें।
3. दरवाज़ा कसके बंद करलें, खिड़कियां खोल दें...क्या पता आपको लटकता
देख किसीका परोपकार का मन हो आए। जाते-जाते एकाध परोपकर कर जाने में हर्ज़ा भी क्या है?
4. खिड़कियां ठीक से न खुल रहीं हों तो पेचकस से एक-दो कब्ज़े ढीलें कर दें (टूल-बॉक्स तो लाए ही होंगे), बस। समझनेवाले समझ जाएंगे।
5. अब लंच-बॉक्स निकालें, पीसी असेम्बल करें और आत्मकथा लिखनी शुरु कर दें। कान ख़ुले रखें; न जाने कब बाहर से आकाशवाणी हो- ‘कुलचेऽऽऽऽऽ छोलेऽऽऽऽऽ....और आपको समझ में आ जाए कि ज़िंदगी कितनी क़ीमती है और मैं उसे यूंही बरबाद करने जा रहा/रही था/थी।
6. 7. 8......... खुद लिखें और दूसरों को भी बताएं.
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