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तरबूज खाने के फायदे---
- तरबूज में लाइकोपिन पाया जाता है,लाइकोपिन हमारी त्वचा को जवान बनाए रखता है. ये हमारे शरीर में कैंसर को होने से भी रोकता है.
- तरबूज दिल की बीमारियों को होने से रोकता है|
- तरबूज में विटामिन A और C अच्छी मात्रा में पाया जाता है! विटामिन C हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तन्त्र को मजबूत बनाता है और विटामिन A हमारे आँखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है|
- तरबूज मोटापे को कम करता है|
- जिन लोगो को डिप्रेशन या जो लोग काम के तनाव में अधिक रहते हैं उनके लिए तरबूज बहुत फायदेमंद होता है|
- तरबूज खाने से दिमाग शांत और खुश रहता है! जिन लोगो को गुस्सा अधिक आता है तरबूज खाने से उनको अपना गुस्सा शांत करने में बहुत मदद मिलती है|
- गर्मियों में तरबूज खाने से गर्मियों में होने वाली बहुत सी बिमारियों से बचा जा सकता है।
- तरबूज और उसके बीजों की गिरी शरीर को पुष्ट बनाती है।गिरी की ठंडाई बनाकर प्रात: नियमित पीने के स्मरण शक्ति बढ़ती है।तरबूज के बीज खाने से बढ़े हुए रक्तचाप पर नियंत्रण होता है।पुराने सिरदर्द को दूर करने के लिये तरबूज के बीजों की गिरी को पानी के साथ पीसकर लेप तैयार कर नियमित माथे पर लगायें। तरबूज खाने के बाद उसके बीजों को धो सुखा कर रख लें जिन्हें बाद में भी खाया जा सकता है।
- सूखी खांसी में तरबूज खाना लाभप्रद होता है।
- खाना खाने के उपरांत तरबूज का रस पीने से भोजन शीघ्र पच जाता है। इससे नींद भी अच्छी आती है।
- तरबूज रक्तचाप को संतुलित रखता है |
- त्वचा रोगों के लिए यह फायदेमंद है। तपती धूप में जब सिरदर्द होने लगे तो तरबूज के आधा गिलास रस को पानी में मिलाकर पीना चाहिए।
- इसके लगातार प्रयोग से कोलेस्ट्रोल एवं लो- डेंसिटी लिपोप्रोटीन का स्तर कम होने लगता है, तथा हार्ट की धमनियों की कठिनता के कारण होने वाला अवरोध जिसे - एथेरोस्केलोरोसिस- कहा जाता है भी कम हो जाता है।
- नियमित तरबूज सेवन से कब्ज दूर होती है।
- टखने और गुर्दे के पास की सूजन होने पर तरबूज खाना लाभदायक होता है।
- पेशाब में जलन हो तो ओस या बर्फ में रखे हुए तरबूज का रस निकालकर सुबह शकर मिलाकर पीने से लाभ होता है।
- अपचन, भूख बढ़ाने तथा खून की कमी होने पर भी तरबूज बहुत लाभदायक सिद्ध होता है । एक बड़े तरबूज में थोड़ा-सा छेद करके उसमें एक ग्राम चीनी भर दें। फिर दिन तक उस तरबूज को धूप में तथा रात में चंद्रमा की रोशनी में रखें। उसके बाद अंदर से पानी निचोड़ लें और छानकर काँच की साफ बोतल में भर लें। यह तरल पदार्थ चौथाई कप की मात्रा में दिन में दो से तीन मर्तबा पीने से उपरोक्त तकलीफों में अत्यंत लाभकारी होता है।
- तरबूज की फाँकों पर काली मिर्च पाउडर, सेंधा व काला नमक बुरककर खाने से खट्टी डकारें आना बंद होती हैं।
- तरबूज का गूदा लें और इसे "ब्लैकहेड्स" के प्रभावित जगह पर आहिस्ता-आहिस्ता रगड़ें। एक ही मिनट उपरांत चेहरे को गुनगुने पानी से साफ कर लें।
- तरबूज खाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसे खाने के बाद 1 घंटे तक पानी न पियें अन्यथा लाभ के स्थान पर शरीर को हानि पहुंच सकती है। तरबूज ताजा काट कर खायें। बहुत पहले का कटा तरबूज भी नुकसान पहुंचाता है।
- तरबूज में लाइकोपिन पाया जाता है,लाइकोपिन हमारी त्वचा को जवान बनाए रखता है. ये हमारे शरीर में कैंसर को होने से भी रोकता है.
- तरबूज दिल की बीमारियों को होने से रोकता है|
- तरबूज में विटामिन A और C अच्छी मात्रा में पाया जाता है! विटामिन C हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तन्त्र को मजबूत बनाता है और विटामिन A हमारे आँखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है|
- तरबूज मोटापे को कम करता है|
- जिन लोगो को डिप्रेशन या जो लोग काम के तनाव में अधिक रहते हैं उनके लिए तरबूज बहुत फायदेमंद होता है|
- तरबूज खाने से दिमाग शांत और खुश रहता है! जिन लोगो को गुस्सा अधिक आता है तरबूज खाने से उनको अपना गुस्सा शांत करने में बहुत मदद मिलती है|
- गर्मियों में तरबूज खाने से गर्मियों में होने वाली बहुत सी बिमारियों से बचा जा सकता है।
- तरबूज और उसके बीजों की गिरी शरीर को पुष्ट बनाती है।गिरी की ठंडाई बनाकर प्रात: नियमित पीने के स्मरण शक्ति बढ़ती है।तरबूज के बीज खाने से बढ़े हुए रक्तचाप पर नियंत्रण होता है।पुराने सिरदर्द को दूर करने के लिये तरबूज के बीजों की गिरी को पानी के साथ पीसकर लेप तैयार कर नियमित माथे पर लगायें। तरबूज खाने के बाद उसके बीजों को धो सुखा कर रख लें जिन्हें बाद में भी खाया जा सकता है।
- सूखी खांसी में तरबूज खाना लाभप्रद होता है।
- खाना खाने के उपरांत तरबूज का रस पीने से भोजन शीघ्र पच जाता है। इससे नींद भी अच्छी आती है।
- तरबूज रक्तचाप को संतुलित रखता है |
- त्वचा रोगों के लिए यह फायदेमंद है। तपती धूप में जब सिरदर्द होने लगे तो तरबूज के आधा गिलास रस को पानी में मिलाकर पीना चाहिए।
- इसके लगातार प्रयोग से कोलेस्ट्रोल एवं लो- डेंसिटी लिपोप्रोटीन का स्तर कम होने लगता है, तथा हार्ट की धमनियों की कठिनता के कारण होने वाला अवरोध जिसे - एथेरोस्केलोरोसिस- कहा जाता है भी कम हो जाता है।
- नियमित तरबूज सेवन से कब्ज दूर होती है।
- टखने और गुर्दे के पास की सूजन होने पर तरबूज खाना लाभदायक होता है।
- पेशाब में जलन हो तो ओस या बर्फ में रखे हुए तरबूज का रस निकालकर सुबह शकर मिलाकर पीने से लाभ होता है।
- अपचन, भूख बढ़ाने तथा खून की कमी होने पर भी तरबूज बहुत लाभदायक सिद्ध होता है । एक बड़े तरबूज में थोड़ा-सा छेद करके उसमें एक ग्राम चीनी भर दें। फिर दिन तक उस तरबूज को धूप में तथा रात में चंद्रमा की रोशनी में रखें। उसके बाद अंदर से पानी निचोड़ लें और छानकर काँच की साफ बोतल में भर लें। यह तरल पदार्थ चौथाई कप की मात्रा में दिन में दो से तीन मर्तबा पीने से उपरोक्त तकलीफों में अत्यंत लाभकारी होता है।
- तरबूज की फाँकों पर काली मिर्च पाउडर, सेंधा व काला नमक बुरककर खाने से खट्टी डकारें आना बंद होती हैं।
- तरबूज का गूदा लें और इसे "ब्लैकहेड्स" के प्रभावित जगह पर आहिस्ता-आहिस्ता रगड़ें। एक ही मिनट उपरांत चेहरे को गुनगुने पानी से साफ कर लें।
- तरबूज खाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसे खाने के बाद 1 घंटे तक पानी न पियें अन्यथा लाभ के स्थान पर शरीर को हानि पहुंच सकती है। तरबूज ताजा काट कर खायें। बहुत पहले का कटा तरबूज भी नुकसान पहुंचाता है।
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